Heer ranjha -हीर राँझा
मित्र मेरे heer ranjha पोस्ट में आपका welcome है आज मैं हीर राँझा स्टोरी ke bare mein बताऊंगा!
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Heer ranjha story -हीर राँझा स्टोरी
हीर ने कहा, मैं तुम्हारी किस्मत में हमेशा रहूंगी, राँझा और मेरी दासियाँ तुम्हारी हुकमा बजाएंगी!
चार आंखों और होठों के मिलन के लिए जंगल से बेहतर और कौन जगह हो सकता है?
इश्क की मंजिल तो दो प्रेमियों का मिलन है!
खुदा ने मुझे आशिक के रूप में मुझे तुमको दिया है और मैं रिश्ते नाते दुनिया सबको भूल चुकी हूं!
रांझा ने जवाब दिया हीर तुम तो अपनी सखियों के साथ मौज करोगी और मैं तुम्हारी हवेली में अकेला उदास भटकता रहूंगा!
कोई मुझ पर ध्यान नहीं देगा, मुझसे छल मत करो!
अगर तुम सच्ची हो तो एक बात याद रखना, एक अजनबी को सहारा देकर मुंह मत फेर लेना!
ही ने जवाब दिया मैं कसम खाती हूं रांझे की, अगर मैंने तुमको धोखा दिया तो मुझसे खुदा मेरी मां बाप छीन लें!
तुम्हारे बगैर में खाने 🍛🍛 की तरफ एक नजर भी नहीं उठाऊंगी!
मैं अपना प्यार ❤️ तुम्हारे सिवा और किसी को नहीं दूंगी!
अगर तुम्हारे सिवा और मैं किसी को पति चुनु, तो मैं अंधी हो जाऊं!
रांझा ने फिर कहा, हीर इश्क का रास्ता बहुत मुश्किल है!
मेरा दिल ❤️ उलझन में है इश्क तलवार से भी ज्यादा खौफनाक है!
Heer ranjha के अच्छे पल
जहरीले सांप के विष से भी ज्यादा जहरीला है मुझसे वादा करो कि तुम सच्ची हो तो!
हीर रांझा को सच्ची प्यार का यकीन दिला कर अपने पिता चूचक के पास ले आई पिता के सामने हीर रांझा की बगल में खड़ी हुई!
हीर पिता से बोली, हे मेरे अब्बू आप के खातिर मेरी जान भी चली जाए तो भी कम है!
आपकी छांव में रहकर मैं इतनी खुश जिंदगी जी रही हूं!
मैंने आपके लिए एक चरवाहा खोजा हूं जो हमारे भैंसों की देखभाल कर सकता है!
खुदा के करम से जंगल में चारों तरफ heer ranjha के पासपास घास ही घास थे!
भैंसे इस तरह कतार बनाकर चल पड़ी की जैसे लगा कि जमीन पर काला सांप रिंग रहा है और रांझा उनका मालिक बनकर साथ चल रहा था!
रांझा ने खुदा का नाम लिया और जंगल में भैंसों को लेकर घुसा, धूप में चलते हुए रांझा गर्मी से बेहाल था..
और परेशान था इस परेशानी की घड़ी में उसकी मुलाकात पांच पीरों( साधु )से हुई!
पीरों ने परेशान रांझा को दिलासा देते हुए कहा, बच्चे' भैसों का दूध पियो और..
अपने मन से सारी उदासी को निकाल फेंको, खुदा सब कुछ ठीक कर देगा!
Heer ranjha story में राँझा का दुविधा पल
रांझा बोला, मैं बहुत मुश्किल में हूं! मुझे मेरी हीर
💃 दिला दो उसकी मोहब्बत की आग मुझे जलाकर खाक बना रही है!
वीरों ने रांची से कहा बच्चे तुम्हारी हर आरजू पूरी होगी!
तुम्हारा तीर निशाने पर जाकर लगेगा और तुम्हारी कश्ती को किनारा मिलेगा!
Heer ranjha story हीर 💃 को खुदा ने तुम्हारे लिए बनाया है! मेरे बच्चे जब कभी परेशानी में रहना, तुम मुझे याद करना!
घबराना मत, तुम्हारा कोई भी कुछ भी बिगाड़ नहीं पाएगा!
पीरों की बात सुनकर रांझा की परेशानी दूर हो गई वह भैंसों को जंगल में हांकता रहा!
भैंसे 🐃🐃भी उसके साथ रहा कर खुश दिख रही थीं और जोर-जोर से इस बात को बता रही थी!
Happy love की तरह जंगल में मुलाकात
हीर रांझा के लिए खाना लेकर सियालों के गांव से होकर जंगल की ओर चली!
हीर💃 सौंदर्य से उन बादलों की तरह थी जो रेगिस्तान को चंदन के पेड़ों से हरा भरा कर उसमें खुशबू भर सकती थी!
हीरो रूह की तरह रांझे की ओर जा रही थी जिसको पाकर मृत शरीर जी उठता है!
वह रांझा के पास अपने दिल में उठ रहे इश्क 💏 के तूफान को शांत करने के लिए जा रही थी!
अब रांझे के प्यार में पूरी तरह कैद हो चुकी थी वह रांझा के लिए heer ranjha लव में चावल, चीनी, मक्खन और दूध लेकर आई!
रांझा जैसे ही देखा, उसकी आंखों में आंसू भर आए और वह रोते हुए कहने लगी- मैं तुम्हारी तलाश में पूरी जंगल भटकते फिरी!
हिरनी राँझे को बड़े प्यार से खाना 🍛परोसा!
रांझा उससे कहने लगा मजहब में ऐसा कहा गया है कि औरतों की वादों पर यकीन नहीं करना चाहिए!
लेकिन हीर अगर तुम अपना वादा निभाऊंगी तो रांझे तुम्हारे लिए नौकर होने के लिए भी बर्दाश्त कर जाएगा!
Love story की सच्चाई बताते हुए हीर..
हीर ने जवाब दिया, औरतों की कोम के बारे में ऐसी बातें न करो!
औरतों की तरह हमेशा अपनी बातों पर दृढ़ रहने वाला और कोई नहीं होता!
जोसफ के इश्क में जुलेखा ने अपना पूरा साम्राज्य छोड़ दिया!
हम की तरह महिवाल की प्यार में सोहनी नदी में डुब गई अपनी लैला की मोहब्बत से सारी जहां वाकिफ है..
पुन्न के प्यार में जलते रेगिस्तान में भटकते हुए सस्ती दम टूटा!
शेरी अपनी आशिक फरहाद के लिए मर गई!
पैगंबर और संतों को औरत ही तो जन्म देती है!
क्या आदम और हवा एक जैसे नहीं थे?
हीर ने love story में आगे कहा- मर्द औरतों की तरह मजबूत नहीं होते! कवियों से पूछो वह इस बात को बखूबी जानते हैं!
मैं तुमसे वादा करता हूं कि जब तक मेरी नसों में लहू बह रहा है तब तक मैं तुम्हारी गुलाम बन कर रहा हूं!
तुम जो कहोगे मैं वही करूंगा अगर मुझे बाजार में बेचकर खुशी मिल सकती है तो तुम ये भी कर लेना!
इस तरह हीर मीठी मीठी बातों से रांझा के सवालों का सामना करती रही और अपना दिल खोल कर उसके सामने रख दिया!
हीर बोली जब हम दुश्मनों से गिर जाएंगे, तब तुम पूरे धैर्य के साथ जंग लड़ना!
प्यार के समंदर में किस्मत की ऐसी जबरदस्त लहरें हैं जो हमें या तो साहिल तक पहुंचाएगी या हमें डुबो देंगी!
Heer ranjha love के कुछ बाधाएं
मेरे दुष्ट चाचा कैदु' से सावधान रहना वह शैतान जैसा है, दुनिया हमें अपमानित करेगी!
जो हमें नहीं जानते वह भी हमारे ऊपर ताने कशेंगे लेकिन सच्चे आशिक इन सब बातों से नहीं डरते!
वो इश्क में जान तक दे देते हैं प्यार करने वालों को खुदा के अलावा और कोई मददगार नहीं होता!
अब हर रोज खाना लेकर जंगल में heer ranjha के पास जाने लगी और उसने सच्ची प्रेम होने की कसम खाई!
हिरनी चरखा काटना छोड़ दिया सखियों के साथ उसका उठना बैठना भी छूट गया!
वह रांझा के साथ दिनभर रहने लगी रांझे की संगत में उसने खुद को आजाद छोड़ दीया!"
चरवाहे रांझे की इश्क में हीर गिरफ्तार होने की खबर गांव में तेजी से फैलने लगी!
यह भी सभी जान गई कि हर रोज रांझे से मिलने जाती है!
Heer ranjha love हीर की मां तक बात पहुंची तो यह बहुत गुस्से में आई, कैदु भी हीर को जंगल में रांझा के साथ देख लिया!
हीर जंगल से जब वापस लौटी तो मार डालते हुए कहा...
गांववालों का ताने सुनकर जहर का घूंट पीकर रह गए!
तुम मेरी कोख से पैदा नहीं होती तो अच्छा होता!
अगर तुम अपना दुष्टता नहीं छोड़ोगी तो पिता चूचक और तुम्हारा भाई सुल्तान तुम्हें टुकड़े-टुकड़े कर देंगे!
हीर ने जवाब दिया, सुनो मां' मेरी सांसे जब तक चल रही है, मैं रांझा को नहीं छोड़ सकती!
मैं भले ही मार दी जाऊं इस तरह से मरने के बाद में लैला मजनू के आशिकों से मिल पाऊंगी जो इश्क के खातिर कुर्बान हो गए!"
Heer ranjha में घर & समाज की बातें
हीर का बात सुनकर मां का गुस्सा सातवें आसमान पर था..
मां ने कहा अब तक मां बाप ने तुम पर जो प्यार लुटाया उसका यह सिला तुम दे रही हो बेटी!
हमने सोचा था कि अपनी बगिया में हमने गुलाब 🌹🌹 का पौधा उगाया है लेकिन तुम तो कांटों की झाड़ निकली!
तुम रांझा से रोज मिलने जाती हो और उसके लिए खाना भी ले जाती हो!
मां-बाप का हिदायत का तुमने जरा भी ख्याल नहीं रखा!
जो बेटियां काबू में नहीं रहती लोग उसे वैश्या कहते हैं
हीर ने अपनी मां की बातों को अनसुना कर दिया और heer ranjha से मिलने रोज जंगल में जाती रही!
इधर लंगड़ा कैदु हीर के पिता चूचक का काम भरता रहा और हीर पर पाबंदी लगाने के लिए उकसाता रहा!
वह जंगल में हीर और रांझे पर जासूसों की तरह नजर रखने लगा!
वह छुपकर हीर का पीछा करता! आखिरकार केतु को अपनी कुटिल योजना को अंजाम देने का मौका मिल गया!
हीर रांझे के लिए पानी लेने के लिए नदी की ओर गई रांझा अकेला बैठा था तभी कैदु फकीर के वेश में उसके पास आया!
और खुदा का नाम लेकर मांगने लगा रांझा ने उसे फकीर समझ कर अपना आधा हिस्सा उसे दे दिया!
कैदु ने फकीरों की तरह उसको दुआ दी और खाना लेकर गांव की ओर चल पड़ा!
Heer ranjha love की घटनाएं
जब हीर नदी से पानी लेकर वापस लौटी तो उसने रांझा के पास आधा खाना देख उससे पूछा!
'रांझा ने कहा कि एक लंगड़ा कर चलने वाला फकीर उसके पास आया था जिसे उसने खाना दिया!
हीर सारा माजरा समझ गई और उसने रांझा से कहा, तुम्हारी बुद्धि कहां चली गई है?
वह फकीर नहीं मेरा दोस्त चाचा के कैदु था जो मुझे बर्बाद कर देना चाहता है!
मैंने तुमको पहले ही सावधान किया था कैदु शैतान है!
वह पति- पत्नियों और महा बेटियों के बीच फूट पैदा कर देता है!
वह बहुत बड़ा पाखंडी है वह सुबह को अपने दोनों हाथों से सवारता है रात को अपनी लात से उसे उजाड़ देता है!
Heer ranjha ki लव में वह हमारे प्यार भरी दुनिया में जहर घोल देगा!
रांझा ने हीर को जवाब दिया, केतु अभी-अभी यहां से गया है, और वह बहुत दूर नहीं गया होगा!
जाओ और कुछ भी करके उसे रोको...
हीर का दिन केतु के खिलाफ नफरत और गुस्से से भर आया और वह उसे पकड़ने के लिए दौड़ी!
वह जल्दी ही कैदु के पास पहुंच गई और बाघिन की तरह उस पर टूट पड़ी!
Heer ranjha story में "हीर ने कैदु की फकीरी टोपी उतार फेंकी, मनको की माला तोड़ डाली!
हीर कैदु को बेतहाशा पीटने लगी जैसे पत्थर पर धोबी पकड़ा पटकता है!
हीर गुस्से से उबल रही थी, वह कैदु पर चिल्लाते हुए बोली तू रांझे को धोखा देकर खाना ले आया लेकिन मुझसे कैसे बचेगा!
अगर अपनी जान की खैर चाहते हो तो लौटा दे मुझे खाना, नहीं तो तेरे हाथ पैर बांधकर पेड़ पर लटका दूंगी!
औरतों से झगड़ा मोड़ मत ले कैदु हीर से किसी तरह से खुद को बचाता भागा और सीधे गांव पहुंचा!
Heer ranjha में हीर की समाज में बदनामी
गांव के बड़े बुजुर्गों के बीच पंचायत में कैदु दिखाकर कहने लगा, देखो इसे खिलाने हीर रोज रांझा के पास जाती है!
क्या अभी तुम लोग मेरी बात पर यकीन नहीं करोगे हीर पूरे गांव को बदनाम कर देगी!
अरे कोई उसके बाद चूचक से क्यों नहीं कहता की बेटी को बांधकर रखो!
सूचक को तो उस दिन पर पछतावा करना चाहिए जब उसने इस चरवाहे को काम पर रखा था!
क्या उसका दिमाग खास करने चला गया था केतु की बात सुनकर पंचायत के लोगों ने जाकर love story लव स्टोरी की सारी बात सूचक को बताई!
चूचक कैदु को कोसने लगा, कैदु झूठी कहानियां बनाता रहता है!
उसके पास करने को और कोई काम नहीं है दिनभर मक्खियां मारता रहता है!
चोगा पहन लेने से क्या वह फकीर हो जाएगा वह हीर के खिलाफ अपनी जुबान से आग क्यों उगल रहा है!
हीर जंगल में अपनी सहेलियों संग खेलने जाती है!
लेकिन गांव की औरतें सूचक की इस बात का मजाक उड़ाते हुए heer ranjha के बारे में हीर की मां से कहने लगी!
तुम्हारी बेटी खराब हो रही है उसकी करतूतों से हम कलेजा जलता है!
उसकी बेशर्मी की चर्चा पूरे इलाके में हो रही है अगर हम कुछ कहे तो वह हम पर चिल्लाने लगती है!
उसका घमंड तो राजकुमारियों जैसा है मस्जिद जाने के बहाने वह जंगल जाकर वह कोई और ही पाठ पढ़ते रहती है!
हीर की वजह से हमारी बेटियां भी खराब हो जाएंगी!
कैदु हीर की मां से कहने लगा, अब भगवान के लिए अपनी बेटी का शादी कर दो!
काजी हमेशा कहता रहता है कि इस बहकी हुई लड़की का शादी हो जाना चाहिए थी!
नहीं तो उसकी टुकड़े-टुकड़े कर दो और गांव की बदनामी से बचाओ!
Love story लव स्टोरी में इश्क की बदनामी
लोगों की ताने सुनकर हीर की मां बाप खो बैठी!
उसने तुरंत हीर को बुलाने के लिए घर में काम करने वाली मीठी को भेजा!
हीर मां के पास हंसते हुए आई और बोली, मां देखो, मैं आ गई!
हीर की मां गुस्से में बोली बेशर्म लड़की इस प्रेम कहानी के लिए तो तुम को बहते दरिया में फेंक देना चाहिए!
जवान लड़की जो पिता के घर से बाहर निकले उसे कुएं में डुबोकर मार देना चाहिए!
तुम अपनी प्रेम के लिए इतनी उतावली हो हीर अब तुम्हारे लिए पति लाना होगा!
अगर तुम्हारी भाई यह heer ranjha के बारे में जानेंगे कि तुम क्या गुल खिला रही हो तो वह तुम्हारे गला घोट देंगे या तलवार से काट डालेंगे!
अपनी परिवार की नाक क्यों कटा रही हो हीर, हीर की मां मीठी से बोली हीर की सारे जेवर उतार लो!
ऐसी बेटी को जेवर दे कर क्या फायदा यह पूरे झांग सियालो के सम्मान को ठेस पहुंचाने में तुली है!
उस चरवाहे को तो आज ही निकाल देंगे,मां की बात सुनकर हीर बोली मां, यह तो कुदरत की इनायत है कि उसने तुम्हारे घर ऐसे चरवाहे को भेजा!
इस खजाने के लिए तो पूरे समाज को खुदा को शुक्रिया करना चाहिए
हमारे पास तो किस्मत खुद चलकर आया है तुम लोग मेरे प्यार पर इतना बढ़ा हंगामा क्यों खड़ा कर रहे हो!
क्या तुम्हें पता नहीं है कि आग, प्यार और दर्द को छुपा कर रखा जाता है!
गाँव में हीर राँझा फिल्म की तरह बदनामी
हीर के मां-बाप के सामने रांझा को ठुकराने से इनकार करो कर दिया!
हीर की मां ने पिता चूचक से कहा देखो तुम्हारी बेटी आज मां बाप को आंखें दिखा रही है!
हमारे सारे रिश्तेदार तो इसी मौके की तलाश में बैठे हैं वह अब इस बारे में चटखारे लेकर बात करेंगे और हम पर ताना मारेंगे!
Heer ranjha "इस लड़की ने सियानो की इज्जत को धूल में मिला दिया!
सूचक गुस्से से बोल पड़ा, दूर ले जाओ इस लड़की को मेरे सामने से, इससे धक्का देकर गांव से बाहर फेंक आओ!
यह नफरत के लायक ही है इसे जनम लेते ही जहर दे देना चाहिए था!
रांझा जब गाय-भैंसों को लेकर जंगल से लौटा तो देखा कि चूचक गुस्से में उसकी राह ताक रहा था!
चूचक ने रांझे को रिश्तेदारों को सामने ही बुरा बुरा कहना शुरू कर दिया!
Heer ranjha "चूचक कहने लगा "गायों को छोड़ दे रांझे और यहां से दूर चले जाओ, तुम्हारे कांड के चर्चे चारों ओर हो रहे हैं!
मैंने तुमको गायों के बीच सांड बनने के लिए नौकर नहीं बनाया था!
तुमको गायों को जंगल ले जाने को कहा था और तुम लड़कियों को ले जाने लगे!
तुम्हारे तुम्हारी वजह से पूरे गांव के ताने हमें सुनने को मिले हैं!
Hero ranjha की कुछ अच्छे और बुरे लम्हें
यह सुनते ही रांझा का मिजाज भी काबू में नहीं रहा...
वह भी जलाते हुए हुए चूचक से बोला, खुदा करे, चोर डकैत तुम्हारे गाय बछड़ों को ले जाएं!
Ranjha heer "मैं तुम्हारी गाय-भैंसों की देखभाल करता था या लड़कियों की!
इतने दिनों से मैं खट रहा हूं और अब तुम बिना पैसा दिए मुझसे टकराना चाहते हो बनिया की तरह मुझे लूट रहे हो!
रांझा नौकरी छोड़कर चला गया लेकिन उसके जाते ही सूचक के गाय भैंसो ने खाना पीना छोड़ दिया!
उनमें से कुछ गायब होने लगे तो कुछ नदी में डूब गए!
चूचक को अब रांझा को निकालने पर पछतावा हो रहा था!
Heer ranjha हीर अपनी मां मिल्की से बोली, देखो चरवाहे जाने के बाद गाय भैंसो की हालत खराब हो गई है!
लोग भी कह रहे हैं कि पिताजी ने रांझे के साथ ठीक नहीं किया!
मिल्की पति चूचक से बोली लोग हमें पापी कह रहे हैं हमने चरवाहे को बिना वेतन दिए भगा दिया!
जैसे ही उसने पैसों की बात की थी तुमको उसे दे देना चाहिए था जाओ heer ranjha को खोज लाओ!
सूचक नहीं मिलती से रांझा को मनाने के लिए कहा, उसे कहो कि जब तक वीर की शादी ना हो जाए वह हमारे गाय भैंसों की रखवाली करें!
Then उसे मजा लेने के लिए छोड़ दो, किसको क्या पता है कि खुदा को क्या मंजूर है!
लेकिन चरवाहे को किसी भी तरह से फिर से काम करने के लिए राजी करो!
Conclusion उपसंहार
मिल्की अब हीर संग रांझा को तलाशने में लगी रांझा जैसे ही मिला मिल की मीठी मीठी बातों से मन आने लगी!
Heer ranjha में "सूचक के साथ हुए झगड़े को दिल पर मत लो पिता और बच्चे में तो इस तरह से छोटे-मोटे झगड़े तो होते ही रहते हैं!
अपने काम पर लौट जाओ और गाय-भैंसों की देखभाल भी करो और हीर की भी सेवा करो!
जब से तुम गए हो वह हमसे नाराज रहती है हमारी गाय भैंस, धन दौलत, हीर सबपर तुम्हारी हक है!
हीर ने भी रांझे के पास जाकर कहा, तुम मेरी मां की बात मान लो!
अभी मेरी शादी तय नहीं हुई है कौन जानता है कि कल ऊँट किस करवट बैठे!
रांझे ने हीर की मां की बात मान ली और फिर से चूचक के यहां काम करने लगा!
अबहीर राँझा के लिए हीर रोज जंगल में खाना लेकर जाती, इश्क में हीर रांझे पर अपना सब कुछ वार चुकी थी!
एक दिन जब हीर रांझा साथ थे तभी जंगल में पांच पीर फिर से दिखाई दिए!
रांझा पहले भी उनसे मिल चुका था रांझा सर झुका कर उनका अभिवादन किया!
पीर बोले, बच्चों हमें तुम दोनों को साथ देखकर खुशी मिली!
इश्क की दुनिया को कभी मत उजाड़ना, तुम हीर के लिए हो और हीर💃 तुम्हारी है!
तुम्हारे इश्क 💝 से जमाने में हंगामा खड़ा, लेकिन heer ranjha उन सब की बहादुरी से मुकाबला करना खुदा को दिन रात याद करना और इश्क ❤️करना कभी मत छोड़ना!"