Love story लव स्टोरी


दोस्तों मेरे  Love story  साइट  में आपका स्वागत है आज  मैं आपको college love story के बारे में बताऊंगा!

लव स्टोरी एक  interesting पाठ होता है जो जिंदगी में हमें एक अलग ही आनंद का एहसास कराता है!

प्यार में बहुत मजेदार पल होता है  रोमांटिक पल होता है और बहुत आनंद जो हमें अच्छा लगता है!

आप सभी कहीं न कहीं लव स्टोरी पड़ते हैं लव स्टोरी फिल्म देखते हैं जोकि हमें  बहुत  इंटरेस्टिंग लगता है!

यह स्टोरी भोपाल की है जोकि कॉलेज की सच्ची लव स्टोरी है!

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College Love story


यह कहानी उस दौर की ............है?
जब कॉलेज में दो कंपनियां आकर  चली गई
थी.........!

Love story


और मेरा प्लेसमेंट अभी नहीं हुआ ..........था!

हौसला बढ़ाने के लिए घर पर मां थी और महीने में एक बार कॉल करके  पैसा है कि नहीं पूछने वाले पिताजी भी थे!

क्लिक 👉  इंटरनेट वाली प्यार

पर मैं अपने मम्मी पापा को मैं अपना मनोदशा बताना नहीं चाहता था.........
मन शांत करने के लिए मैं कभी कभी Love story देखने जाता  था!

हां एक और भी तो थी  मेरे पास ........जो सब कुछ जानती थी!

जो हिस्सा रही है मेरे सफर का 2004 से 2008 तक कहानी अब 2005 की है!

जब  Engineering College में एक साल हो चुका था! और तमाम  आपने रैगिंग और शुरुआती दौर के बावजूद...

मैं किसी से भी ज्यादा घुल मिल नहीं पाया था
वो थी मेरे ही आस-पास......!

कहीं बार बुक बैंक में नजरें मिली ,

कहीं बार एक ही टेबल पर आमने सामने पड़े  कहीं बार हम दोनों Love story देेेखते थे!

नेस्कैफे पर एक ही ग्रुप में खड़े होकर कॉफी पी....

पर मैं उसका सिर्फ नाम ही जान पाया था यह भी कंफर्म नहीं था कि वह भी मुझे नाम से जानती है क्या..

Love story  के कुछ अच्छे पल


 मुझे याद है.....

मेरी और उसकी गहरी दोस्ती पहली बार एनुअल कॉलेज फेस्ट में हुई थी!

जब हम दोनों ही नीली जींस  और  ग्रे टी शर्ट में कॉलेज आए थे!

और कॉलेज रॉक बैंड की पर फार्म पर..
भीड़ से पीछे की तरफ खड़े हो...

बाकी लोगों को सर हिलाते और नाचते हुए देख रहे थे  मैं Love story video hindi देखता  था!

शायद मन नहीं था भीड़ में शामिल होने की...
शायद झिझक भी थी...
 इसलिए हर बीट पर दाहिने  पैर टैप कर रहे थे!

तब उनसे पहली बार बात हुई थी
मैंने सीधे उसकी नाम ही लेकर बात शुरू की थी!

और उन लोगों पर जोक मारा था...
जो नाच रहे थे  सिर मारते हुए...

वह खिल खिलाकर हसीन थी...
फिर उसने मुझसे पूछा...!

तुम हर दिन बुक बैंक क्यों नहीं आते हो
 और मैंने जब जवाब दिया था... बस यूं ही!

 वह Love story में फिर से मुस्कुराई थी
उस दिन हमने भी फोन नंबर एक दूसरे को दे दी थी और फेस्ट खत्म होने के बाद इधर उधर का बात करते हुए....!

उसके साथ वॉक करते हुए उसके  हॉस्टल के गेट तक गया था!

वह मेरी फालतू जोक्स पर भी हंसती रही..
उस रात मैंने सिगरेट नहीं पी थी..!

और रात में तकरीबन 12:30 बजे
अपनी नोकिआ  फोन से "it was nice talking to you"  मैसेज किया था!

जल्दी ही मेरे फोन की नोटिफिकेशन बजी और मैंने उत्सुकता से मोबाइल देखा!

वह मैसेज की डिलीवरी  रिपोर्ट थी!
उन दिनों मोबाइल में मैसेज का नोटिफिकेशन....
एक अलग ही एहसास होता था...!

एक मिनट  बाद ही उसका   रिप्लाई आया.. "Same here"
फिर अगले दिन में अपने रूम पाटनर की प्रेस की हुई शर्ट पहनकर कॉलेज  पहुंचा था कभी-कभी मैं college love story भी देखता था!

Romantic Love story के अच्छे लम्हें


और हमारी बातों के सिलसिले उस दिन से शुरू हो गए थे..!
कैंटीन से लेकर कॉफी तक...
और लैब से लेकर बुक बैंक तक...
हम साथ ही रहते थे!

और कॉलेज से लौटने के बाद...
मोबाइल पर मैसेज...

मुझे याद है... वह पढ़ते समय कैसे अपनी उंगलियों से पेन घुमाया करती थी!

 और numerical solve करते वक्त कैसे अपने बालों की लेट को कैसे अपने कान के पीछे ले जाया करती थी!

वह कुछ  पूछ न ले इस डर से में पहले से ही पढ़ कर आया करता था...
ओर बुक बैंक में नजरें बचाकर बस तुम्हें ही देखता था!

मुझे याद है उस दिन हमारा पहला  kiss था जब हम क्लास में थे , हम short love story  भी
देखते थे!

 कि मैं कैसे कोशिश करता था अपने फोन मेमोरी फुल होने पर..

मैं तुम्हारा मैसेज  डिलीट ना करूँ!
कभी सिम में ट्रांसफर कर लूं....
तो कभी ड्राफ्ट बनाकर सेव करूं...!

ओ साथिया की रिंगटोन जो तुमने सेट की थी वह मुझे आज तक याद है
 वह तब तक मेरी रिंगटोन रही...
 जब तक वह फोन मेरे पास रहा!

मुझे याद है कि कैसे तुम करती थी
कि हर कैसेट में दूसरा गाना बेस्ट होता है!

 मैं नहीं भूल सकता हूं शाम जब हम दोनों साथ में पहली बार  फिल्म  देखने गए थे...!

मैंने doston ki CBG udhar li  थी
और फिल्म से लौटते वक्त हम गोलगप्पे खाए थे!

उस रात मैंने तुम्हें कैसे हॉस्टल छोड़ा था!
तब कैसे हॉस्टल की एंट्री के पास हमने बेवजह की बातें की थी..!

तुम अंदर नहीं जाना चाहते थे और मैं भी वापस नहीं  आना चाहता था  फिर मैं आकर Romantic love story  देखा!

बातों बातों में रात का 1:00 बज गया था उस समय नींद कहां आती थी!


मैं नहीं भूल सकता वह पल जो तुमने अनगिनत बार मुझसे कहा था
मेरे जैसे दोस्त इस दुनिया में रेयर है
और कैसे तुम लकी हो मुझ जैसे दोस्त पाके!

अगले 3 साल हम साथ साथ ही थे कहीं बार हम लड़े पर कहीं बाहर या तो तुमने या तो मैंने एक हफ्तो की खामोशी के बाद....
बात करने की शुरुआत कर ली!

आखिरी सेमेस्टर के पहले तक सब ठीक ही चला

तुम कैट की तैयारी करती रही...
और मैं कैंपस सिलेक्शन की....

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Love story के कुछ बुरे लम्हें


याद है जब हमने कंपनी का नोटिफिकेशन आने का हम साथ में ही नोटिस बोर्ड में देखा था!

और कंपनी क्रिटेरिया में थ्रू आउट फर्स्ट क्लास माँगा था..
मैं उदास हो गया था यह देख और तुम्हारी आंखों में चमक थी!

तुमने कहा था चलो अच्छा है  compitition km ho jayga
पर तुम मेरी आंखें नहीं पढ़ पाई थी
खैर मैं तुम्हें कभी बताया भी नहीं था!

कैसे 12 वीं के पेपर में...
मेरा अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ था..

और मैं कंपटीशन से बिना फेल हुए ही एग्जाम से बाहर हो गया, मैं Love story video bhut sunta tha,

 जिस दिन इंटरव्यू हुआ..
उस दिन मैं कॉलेज ही नहीं आया...
तुम्हें बेस्ट ऑफ लक का मैसेज किया और हॉस्टल में ही बैठा रहा!

शाम को तुम्हारा मैसेज आया...
मैंने तुम्हें बधाई का रिप्लाई दिया...!

और तुमने नाम गिनाए कि किस किस का सिलेक्शन हुआ है!
2 दिन बाद सेलेक्ट हुए लोगों का पार्टी खबर भी  इसी तरह  सुनकर उड़ा  मिली...!


अगली कंपनी आई...
उसमें भी वही क्राइटेरिया था!

मैं बहुत निराश हो गया था..
और tumare dost Love story me bhut bdl chuke the,

अब तुम्हारे पास नया ग्रुप था...
जो लोग तुम्हारे साथ उस कंपनी में प्लेस हुए थे!

और मेरे आस-पास...
मेरी ही तरह हारेगी लोग थे!

जो एजुकेशन लोन के तले दबे थे...
या अपने परिवार के तले...!

आखिरी सेमिस्टर था
इस बार तुम्हारे बुक बैंक के साथ ही भी बदल गए थे!

और मैंने भी बुक बैंक का आना बंद कर दिया था  अब  message notification bhi km ati  थी!

और साथिया वाली रिंगटोन भी सिर्फ तुम्हारी नंबर पर ही असाइन कर दी थी!

Conclusion  उपसंहार


एक awkward सी ख़ामोशी आ चुकी थी हम दोनों के बीच..
मैं कहीं बाहर तुम्हें फोन करके रोना चाहता था!

अपनी असफलता की कहानियां सुनना चाहता था कहीं बाहर नंबर डायल कर रिंग जाने से पहले ही काट दिया!

वह अंधेरे की दिन थे...
फाइनल एग्जाम के दिन हमने एक अजनबी की तरह मिले थे..!

 तुमने मुझे 3 साल याद किए
 और मुझे बताया किकैसे I have been the best person you have ever meet....!

 हमने Love story में ओर एक बार कॉफी साथ में पी..
 जो संभवत है वह हमारी आखिरी कॉपी थी!

मैं उस शाम ज्यादातर खामोशी रहा...
जब कॉपी खत्म हुई तो मैंने पूछा..!

चलो हॉस्टल छोड़ देता हूं...
तुमने कहा नहीं...

अभी किसी के साथ मूवी का प्लान है..
उस किसी का अंदाजा मुझे भी था!

क्यूंकि वो नेस्कैफे के पीछे से शशांकित भाव से मुझे देख रहा था..

पर जिसकी वक्त ने ली हो... वो दर्द से करारा भी नहीं
आता..
मैं चुप ही रहा..
और तुम नहीं चाहते जाते कहा...!
"Be in touch"














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